शिव आरती - ॐ जय शिव ओंकारा : भगवान शिव को शंकर (शंकर), भोलेनाथ (भोलेनाथ), नीलकंठ (नीलकंठ), महेश (महेश), महादेव (महावीर) के रूप में भी जाना जाता है और उन्हें त्रिमूर्ति के भीतर "विनाशक" के रूप में भी जाना जाता है, हिंदू त्रिमूर्ति जिसमें ब्रह्मा शामिल हैं और विष्णु।शिव...
आरती कुंजबिहारी की : Aarti of Kunj Bihari : कुंजबिहारी असल में यह आरती श्री कृष्णा जी की ही है और हम इनको कुंजविहारी के नाम से भी जानते है। ( Kunj Bihari ) कुंजबिहारी आरतीआरती कुंजबिहारी की,
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥
आरती कुंजबिहारी की,
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥
गले...
जय जगदीश हरे : Jai Jagadish Hare : ॐ जय जगदीश हरे , इस आरती का प्रकाशन गीताप्रेस से हुआ। इसके रचनाकार भक्त स्वामी शिवानन्द सरस्वती हैं। वे इसे अपने प्रवचन के बाद गाते थे। ( Jai Jagadish Hare ) आरती : श्री विष्णु भगवान् - जय जगदीश हरे, प्रभु!...
Maa Ganga Aarti : माँ गंगा आरती : गंगा की उत्पत्ति के विषय में हिंदुओं में अनेक मान्यताएँ हैं। एक मान्यता के अनुसार ब्रह्मा जी के कमंडल का जल गंगा नामक युवती के रूप में प्रकट हुआ था। एक अन्य ( वैष्णव ) कथा के अनुसार ब्रह्माजी ने विष्णुजी...
Kali Mata Aarti : काली माता आरती : काली या महाकाली हिन्दू धर्म की एक प्रमुख देवी हैं। यह सुन्दरी रूप वाली भगवती पार्वती का काला और भयप्रद रूप है, जिसकी उत्पत्ति दैत्यों , दानवों और राक्षसों के संहार के लिये हुई थी। उनको विशेषतः बंगाल, ओडिशा और असम...
संतोषी माता की आरती : Santoshi Mata ki Aarti : संतोषी माता सनातन धर्म में एक देवी हैं जो भगवान शंकर तथा देवी पार्वती की पौत्री , उनके सबसे छोटे पुत्र भगवान गणेश और गणेश जी की पत्नी ऋद्धि , सिद्धि की पुत्री , कार्तिकेय , अशोकसुन्दरी , अय्यापा...
संतोषी माता आरती : Santoshi Mata Aarti : संतोषी माता सनातन धर्म में एक देवी हैं जो भगवान शंकर और देवी पार्वती की पोती हैं, उनके सबसे छोटे बेटे भगवान गणेश और भगवान गणेश की पत्नी रिद्धि, सिद्धि की बेटी, कार्तिकेय, अशोकसुंदरी, अय्यपा, ज्योति की भतीजी और मनसा और...
गायत्री माता आरती : Gayatri Mata Aarti : गायत्री वह दैवी शक्ति है जिससे सम्बन्ध स्थापित करके मनुष्य अपने जीवन विकास के मार्ग में बड़ी सहायता प्राप्त कर सकता है। परमात्मा की अनेक शक्तियाँ हैं, जिनके कार्य और गुण पृथक् पृथक् हैं। उन शक्तियों में गायत्री का स्थान बहुत...
अम्बे गौरी आरती : Ambe Gauri Aarti : माँ दुर्गाजी की आठवीं शक्ति का नाम महागौरी है। दुर्गापूजा के आठवें दिन महागौरी की उपासना का विधान है। इनकी शक्ति अमोघ और सद्यः फलदायिनी है। इनकी उपासना से भक्तों के सभी कल्मष धुल जाते हैं, पूर्वसंचित पाप भी विनष्ट हो...
पार्वती माता आरती : Parvati Mata Aarti : पार्वती, उमा या गौरी मातृत्व, शक्ति, प्रेम, सौंदर्य, सद्भाव, विवाह, संतान की देवी हैं। देवी पार्वती कई अन्य नामों से जानी जाती है, वह सर्वोच्च हिंदू देवी परमेश्वरी आदि पराशक्ति (शिवशक्ति) की पूर्ण- अवतार या साकार रूप है और शाक्त सम्प्रदाय...