Kathal ( Jackfruit ) Ke Fayde , Upyog Or Nuksan  : कटहल को सब्जी कहें या फल, यह कन्फ्यूजन लगभग सभी के मन में होता है। चाहे इसे जो भी मानें इससे कटहल खाने के फायदे नहीं बदलने वाले हैं। जी हां, यही वजह है कि Osmgyan.in के इस लेख में हम कटहल खाने के फायदे और नुकसान के बारे में विस्तृत जानकारी लेकर आए हैं। साथ ही यहां हम कटहल कैसे खाएं और कटहल का बीज किस प्रकार सेहत के लिए फायदेमंद है, इसकी भी जानकारी देंगे चलिए शरू करते है।

Point To Remember show

Kathal Kya Hai – What is Jackfruit in Hindi


Kathal ( Jackfruit ) Ke Fayde , Upyog Or Nuksan

  • कटहल एक ट्रॉपिकल या उष्णकटिबंधीय फल है.
  • जो मुख्य रूप से दक्षिण-पश्चिम भारत में पाया जाता है।
  • इस फल का वैज्ञानिक नाम आर्टोकार्पस हेटेरो फिल्लस है।
  • कटहल आकार में छोटे और बड़े दोनों प्रकार के हो सकते हैं।
  • इस फल की बाहरी त्वचा नुकीली होती है।
  • कटहल को दुनिया के चुनिंदा सबसे बड़े और भारी फलों में गिना जाता है।
  • यह फल पकने पर बहुत ही मीठा और स्वादिष्ठ लगता है।
  • पकने पर यह फल अंदर से पीला हो जाता है.
  • जिसे लोग बहुत चाव से खाते हैं।
  • यहां हम बता दें कि कहटल का फल ही नहीं कटहल का बीज भी सेहत के लिए फायदेमंद होता है।
  • आगे जानिए कटहल खाने का फायदे।

Kathal Ke Fayde – Benefits of Jackfruit in Hindi


कटहल का फल सेहत के लिए कई प्रकार से फायदेमंद हो सकता है। कटहल के गुण और इसमें मौजूद पोषक तत्व इसे स्वास्थ्य वर्धक बनाते हैं। यहां हम विस्तार से जानेंगे कटहल के फायदे के बारे में। साथ ही हम बता दें कि कटहल किसी गंभीर बीमारी का इलाज बिल्कुल भी नहीं है। यह केवल उसके लक्षणों को कम कर सकता है।


 कैंसर में कटहल खाने का फायदा


  • कैंसर जैसी गंभीर समस्या की रोकथाम के लिए कटहल का सेवन करना फायदेमंद साबित हो सकता है।
  • इस पर हुए एक शोध से जानकारी मिलती है कि कटहल लिग्नांस, आइसोफ्लेवोंस और सैपोनिन जैसे फाइटोन्यूट्रिएंट्स से समृद्ध होता है,
  • जो एंटी कैंसर गुण प्रदर्शित कर सकता है।
  • इसका यह गुण कैंसर की रोकथाम में मदद कर सकता है।
  • यही नहीं, एक अन्य अध्ययन में भी साफ तौर से इस बात का जिक्र मिलता है कि कटहल डायटरी फाइबर से समृद्ध होता है,
  • जो कोलन व अन्नप्रणाली के साथ-साथ पेट के कैंसर की रोकथाम में भी मदद कर सकता है।

हृदय को स्वस्थ रखे


  • हृदय को स्वस्थ रखने के लिए भी कटहल का सेवन किया जा सकता है।
  • वैज्ञानिक शोध बताते हैं कि कटहल में मौजूद विटामिन बी 6 रक्त में होमोसिस्टीन के स्तर को कम करने में मदद करता है.
  • जिससे हृदय रोग का खतरा कम हो सकता है।
  • होमोसिस्टीन वो तत्व है, जो हृदय रोग के जोखिम को बढ़ा सकता है।
  • वहीं, शोध में इस बात की भी पुष्टि मिलती है कि कटहल पोटेशियम से भी समृद्ध होता है जो रक्तचाप को कम कर हृदय रोग और स्ट्रोक से भी सुरक्षा प्रदान कर सकता है।

प्रतिरक्षा प्रणाली


  • इम्यून सिस्टम को मजबूत बनने के लिए भी कटहल का सेवन करना लाभकारी सिद्ध हो सकता है।
  • एक रिसर्च के अनुसार कटहल का सेवन करने पर यह एंटीऑक्सीडेंट क्षमता और लैक्टिक एसिड को बढ़ाता है.
  • जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मददगार हो सकते हैं।
  • इसके साथ ही एक अन्य शोध के मुताबिक कटहल में विटामिन ए और विटामिन सी जैसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं.
  • जो रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले एजेंट के रूप में जाने जाते हैं।
  • साथ इस शोध में यह दावा किया गया है कि वायरल संक्रमण के जोखिम को कम करने के लिए भी कटहल का सेवन करना लाभकारी सिद्ध हो सकता है।

पाचन के लिए


  • पाचन को बेहतर बनाने के लिए भी कटहल के फायदे देखे गए हैं।
  • एक रिसर्च के अनुसार कटहल फाइबर का अच्छा स्रोत माना जाता है,
  • जो पाचन स्वास्थ्य में मुख्य भूमिका निभा सकता है।
  • फाइबर कब्ज की समस्या को रोक सकता है और मल त्याग को सुचारू बनाने में भी मदद कर सकता है।
  • साथ ही यह आंतों की बेहतर सफाई और पाचन तंत्र से विषाक्त पदार्थों को निकालने में भी काफी हद तक मददगार साबित हो सकता है।

एनीमिया से बचाव के लिए


  • एनीमिया की समस्या से बचाव के लिए भी कटहल का सेवन करना लाभकारी सिद्ध हो सकता है।
  • दरअसल, शरीर में आयरन की कमी को एनीमिया का सबसे मुख्य कारण माना जाता है।
  • वहीं, कटहल आयरन से समृद्ध होता है।
  • इस आधार पर देखा जाए तो एनीमिया के लिए डाइट चार्ट में कटहल को शामिल करना फायदेमंद साबित हो सकता है।

हड्डियों को स्वस्थ रखे


  • सेहत के साथ-साथ हड्डियों को स्वस्थ रखने के लिए भी कटहल के फायदे देखे गए हैं।
  • दरअसल, इसमें पाया जाने वाला पोटेशियम हड्डियों को नुकसान पहुंचाने से बचा सकता है।
  • इसके अलावा, इसमें मैग्नीशियम की भी अच्छी मात्रा पाई जाती है।
  • मैग्नीशियम, कैल्शियम के अवशोषण के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है और हड्डियों को मजबूत करने में मदद कर सकता है।
  • साथ ही यह हड्डियों से संबंधित विकारों जैसे ऑस्टियोपोरोसिस को रोकने में भी मदद कर सकता है।

 थायराइड को कम करें


  • थायराइड की समस्या में कटहल अहम भूमिका निभा सकता है।
  • कटहल कॉपर का एक अच्छा स्रोत है,
  • जो थायराइड मेटाबॉलिज्म को बनाने में मदद करता है।
  • इसके अलावा, कॉपर थायराइड विकारों के लिए भी फायदेमंद हो सकता है।

 मधुमेह के लिए


  • मधुमेह की समस्या को नियंत्रित करने के लिए भी कटहल के गुण देखे जा सकते हैं।
  • दरअसल, कटहल विटामिन-बी से समृद्ध होता है, जो मधुमेह रोगियों के लिए इंसुलिन में सुधार कर सकता है।
  • इसके अलावा, कटहल में एंटीडायबिटिक प्रभाव भी मौजूद होता है जो मधुमेह की समस्या को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है।
  • यही नहीं, आयुर्वेदिक और पारंपरिक चिकित्सा के अनुसार, कटहल के पत्तों को भी गर्म पानी में उबालकर पीने से ब्लड शुगर को कम करने में मदद मिल सकती है।
  • इस आधार पर डायबिटीज के आहार के रूप में कटहल को शामिल करना बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है।

रक्तचाप को नियंत्रित करे


  • रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए भी कटहल फायदेमंद हो सकता है।
  • दरअसल, कटहल पोटेशियम से समृद्ध होता है,
  • जो रक्तचाप को कम कर सकता है।
  • साथ ही यह सोडियम के प्रभाव को कम करने में भी सहायता कर सकता है,
  • जो रक्तचाप में वृद्धि का कारण माना जाता है।
  • वहीं, कटहल में पोटेशियम की मात्रा ज्यादा और सोडियम की मात्रा कम होती है इसलिए जिन्हें हाई ब्लड प्रेशर की समस्या होती है उनको कटहल को अपने आहार में जरूर शामिल करना चाहिए।

वजन कम करे


  • मोटापा की समस्या को कम करने के लिए भी कटहल को अपनी डाइट में शामिल किया जा सकता है।
  • इस विषय पर हुए शोध से जानकारी मिलती है कि कटहल फाइबर से समृद्ध होता है,
  • जो वजन कम करने में मदद कर सकता है।
  • इसके अलावा, कटहल में बहुत कम कैलोरी होती है।
  • यही नहीं, कटहल में मौजूद विटामिन ए, विटामिन सी, कैल्शियम, पोटेशियम, आयरन, मैग्नीशियम आदि भी वजन नियंत्रण में मददगार साबित हो सकते हैं।

आंखों के लिए


  • कटहल का सेवन आंखों के लिए भी लाभदायक हो सकता है।
  • दरअसल, यह विटामिन ए से भरपूर होता है,
  • जो आंखों की रोशनी को बनाए रखने के लिए अच्छा माना जाता है।
  • साथ ही यह मोतियाबिंद की समस्या और मेक्युरल डिजनरेशन यानी धुंधली दृष्टि की समस्या से भी बचाने में मदद कर सकता है।
  • यही वजह है कि आंखों के लिए कटहल को फायदेमंद माना गया है।

सिरदर्द को कम करें


  • सिर दर्द की समस्या को कम करने के लिए भी कटहल लाभदायक हो सकता है।
  • इस विषय पर हुए शोध से पता चला है कि कई देशों में कटहल की छाल को सिरदर्द के इलाज के रूप में उपयोग किया जाता है।
  • इसके अलावा कटहल की पत्तियों का उपयोग भी सिर के दर्द को कम करने में असरदार हो सकता है।
  • हालांकि, कटहल के सेवन सिर दर्द की समस्या में किस प्रकार लाभकारी हो सकता है फिलहाल इस विषय पर अभी और शोध की आवश्यकता है।

    दर्द से राहत दिलाए


  • कटहल का उपयोग दर्द से छुटकारा पाने के लिए भी किया जा सकता है।
  • इस बात की पुष्टि कटहल पर हुए एक शोध से होती है।
  • इस रिसर्च पेपर में बताया गया है कि कटहल के बीज और कटहल के फल में एनलजेसिक यानी दर्द निवारक गुण मौजूद होते हैं।
  • इसका यह प्रभाव दर्द को कम करने के साथ ही इसे नियंत्रित करने में भी मदद कर सकता है.

सूजन को कम करें


  • सूजन संबंधी समस्या में भी कटहल के फायदे देखे जा सकते हैं।
  • एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध से जानकारी मिलती है कि कटहल में मौजूद फ्लेवोनोइड्स एंटी इन्फ्लेमेटरी प्रभाव प्रदर्शित कर सकता है,
  • जो सूजन को कम करने में मददगार हो सकता है।

 त्वचा को स्वस्थ रखे


  • कटहल का उपयोग त्वचा को स्वस्थ रखने के लिए भी फायदेमंद हो सकता है।
  • जैसा कि हमने लेख में बताया कि कटहल विटामिन-सी से समृद्ध होता है,
  • जो त्वचा को नुकसान पहुंचाने वाले मुक्त कणों से लड़ने का काम कर सकता है।
  • वहीं, विटामिन-बी त्वचा कोशिकाओं के पुनर्निर्माण में मदद करता है।
  • विटामिन-सी के एंटीऑक्सीडेंट गुण और कोलेजन के गठन की क्षमता इसे त्वचा के लिए खास पोषक तत्व बनाती है।
  • कुछ अध्ययनों के अनुसार, विटामिन-सी सूर्य की हानिकारक पराबैंगनी किरणों से त्वचा को बचाने का काम करता है।

 बालों के लिए कटहल


  • सेहत और त्वचा के साथ ही बालों की मजबूती के लिए भी कटहल फायदेमंद हो सकता है।
  • रिसर्च के मुताबिक इसमें थायमिन और राइबोफ्लेविन जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं।
  • यह दोनों ही विटामिन बी का ही रूप हैं।
  • यह ही बालों को हेल्दी रखने में मददगार हो सकते हैं।
  • इसके अलावा एक अन्य रिसर्च से पता चला है कि कटहल के बीज का उपयोग भी बालों के विकास के लिए किया जा सकता है।

Kathal Ke Postik Tatva – Jackfruit ( Kathal ) Nutritional Value in Hindi


  • कटहल में कई प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते हैं जो सेहत के लिए लाभदायक होते हैं। यहां हम कटहल में मौजूद पोषक तत्वों के बारे में जानेंगे ।
पोषक तत्वमात्रा ( प्रति 100 ग्राम)
पानी73.5 ग्राम
ऊर्जा95 kcal
प्रोटीन1.72 ग्राम
कुल फैट0.64 ग्राम
कार्बोहाइड्रेट23.25 ग्राम
फाइबर, कुल डायटरी1.5 ग्राम
शुगर19.08 ग्राम
कैल्शियम24 मिलीग्राम
आयरन0.23 मिलीग्राम
मैग्नीशियम29 मिलीग्राम
फास्फोरस21 मिलीग्राम
पोटैशियम448 मिलीग्राम
सोडियम2 मिलीग्राम
जिंक0.13 मिलीग्राम
विटामिन सी, कुल एस्कॉर्बिक एसिड13.7 मिलीग्राम
थायमिन0.105 मिलीग्राम
राइबोफ्लेविन0.055 मिलीग्राम
नियासिन0.920 मिलीग्राम
विटामिन बी-60.329 मिलीग्राम
फोलेट, डीएफई24 माइक्रोग्राम
विटामिन ए, आरएई5 माइक्रोग्राम
विटामिन ए110 आईयू
विटामिन ई (अल्फा-टोकोफेरॉल)0.34 मिलीग्राम
फैटी एसिड, कुल सैचुरेटेड0.195 ग्राम
फैटी एसिड, कुल मोनोअनसैचुरेटेड0.155 ग्राम
फैटी एसिड, कुल पॉलीअनसैचुरेटेड0.94 ग्राम

 


Kathal Ka Upyog – How to Use Jackfruit in Hindi


  • कटहल एक ऐसा फल है, जिसका सेवन कई तरीकों से किया जा सकता है। नीचे जानिए, कटहल कैसे खाते हैं:
  • कटहल पक जाने पर अंदर से पीला हो जाता है, जिसे सीधे तौर पर भी खाया जा सकता है।
  • कच्चे कटहल की सब्जी बना सकते हैं।
  • कच्चे कटहल को काटने से पहले अपने दोनों हाथों पर सरसों का तेल लगा लें, क्योंकि कच्चे फल का दूध हाथों पर लग सकता है, जो बहुत मुश्किल से हटता है।
  • चाहें तो कच्चे कटहल को काटने के लिए हैंड ग्लब्स का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।
  • फल को काटने के लिए धारदार चाकू का इस्तेमाल करें और सावधानीपूर्वक काटें।
  • कटहल का अचार भी बना सकते हैं,
  • जिस प्रकार आम, गाजर व मूली के अचार बनाए जाते हैं।
    इसके अलावा, कटहल के गूदे के चिप्स भी बना सकते हैं।
  • दक्षिण भारत में कई जगह जैकफ्रूट्स चिप्स बहुत प्रचलित हैं।

Kathal Ke Nuksan – Side Effects of Jackfruit in Hindi


  • Kathal के फायदे और नुकसान दोनों ही हो सकते हैं। अभी तक हमने कटहल के फायदे को जाना अब हम कटहल के नुकसान की बात करते हैं।
  • कटहल के अत्यधिक सेवन से पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं ।
  • संवेदनशील लोगों को कटहल से ओरल एलर्जी की समस्या भी हो सकती है ।
  • इसके सेवन से मधुमेह के रोगियों में ग्लूकोज का स्तर बिगड़ सकता है।
  • इसका सेवन पुरुषों में बांझपन का कारण भी बन सकता है।
  • इसका अधिक सेवन प्रतिरक्षा प्रणाली पर भी नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
  • इसमें फाइबर की अच्छी मात्रा पाई जाती है जिसके कारण पेट खराब होने की आशंका भी हाे सकती है ।

 

तो दोस्तों, कटहल के फायदे और नुकसान जानने के बाद Kathal कैसे खाएं, इसकी भी जानकारी आपको हमारे इस लेख के माध्यम से मिल गई होगी। ऐसे में अब आप चाहें तो Kathal खाने के फायदे प्राप्त करने के लिए इसे अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। वहीं, चाहें तो आप Kathal का बीज भी उपयोग में ला सकते हैं। यह त्वचा के साथ-साथ बालों के लिए भी लाभकारी साबित हो सकती है। खाद्य सामग्री से जुड़े ऐसे ही लेख पढ़ने के लिए बने रहें Osmgyan.in के साथ।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल 

1. Is jackfruit healthy to eat – क्या Kathal खाने के लिए स्वस्थ है?

सेब, खुबानी, केले और एवोकाडो की तुलना में कटहल कुछ विटामिन और खनिजों में अधिक हो सकता है। उदाहरण के लिए, यह विटामिन सी में समृद्ध है और बी विटामिन में उच्च कुछ फलों में से एक है। कटहल में फोलेट, नियासिन, राइबोफ्लेविन, पोटेशियम और मैग्नीशियम भी होते हैं।

2. Is jackfruit a vegetable or fruit – Kathal सब्जी है या फल?

कटहल एक उष्णकटिबंधीय पेड़ का फल है जो एशिया, अफ्रीका और दक्षिण अमेरिका में उगाया जाता है। इसके मोटे, ऊबड़-खाबड़ छिलके के नीचे एक रेशेदार मांस होता है जिसे आप कच्चा या कई तरह के व्यंजनों में पकाकर खा सकते हैं। कटहल दुनिया का सबसे बड़ा पेड़-पौधों वाला फल है, जिसका वजन 40 पाउंड या उससे अधिक होता है।

3. Why is it called jackfruit – Kathal क्यों कहा जाता है?

कटहल नाम की उत्पत्ति मलयालम नाम चक्का से हुई है, जिसे पुर्तगाली विद्वान गार्सिया दा ओर्टा ने 1563 में ‘जका’ के रूप में लिखा था। यह बाद में अंग्रेजी में कटहल बन गया। मलयालम में चक्का ‘चे-काई’ से निकला है, जिसका अर्थ है हरे फलों का एक समूह (काई) एक साथ मिला हुआ।

4. What is jackfruit called in Mexico – Kathal को मेक्सिको में क्या कहते हैं?

Guanabana

5. How much jackfruit can I eat a day – मैं एक दिन में कितना Kathal खा सकता हूं?

मॉडरेशन में खाया जा सकता है। अगर आपको मधुमेह है, तो आप कम मात्रा में कटहल का सेवन कर सकते हैं। फिर भी, क्योंकि यह फाइबर में कम है और आपके रक्त शर्करा को बढ़ाने वाले कार्बोस में उच्च है, इसलिए उचित हिस्से का आकार चुनना महत्वपूर्ण है, जैसे 1/2 कप (75 ग्राम) – जो 18 ग्राम कार्बोस प्रदान करेगा

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here