पीठ के बल सोना फायदे और नुकसान – peeth ke bal sone ke fayde : हम कैसे सोते हैं, इसका हमारी सेहत पर गहरा प्रभाव पड़ता है। कई लोग करवट लेकर सोते हैं, तो कुछ लोगों को पेट के बल और कुछ लोगों को पीठ के बल सोने की आदत होती है। बहुत कम लोग जानते हैं कि पर्याप्त नींद लेने के साथ-साथ सही पोजीशन में सोना बेहद आवश्यक होता है। Osmgyan.in  के इस लेख में आज हम पीठ के बल सोने के फायदे के बारे में बात करेंगे। साथ ही इस लेख में हम पेट के बल सोने के नुकसान के बारे में भी जानेंगे। जानकरी के लिए लेख को अंत तक पढ़ें।


पीठ के बल सोना उसके फायदे – Benefits of Sleeping On Your Back in Hindi


पीठ के बल सोना फायदे और नुकसान - peeth ke bal sone ke fayde

यदि बात करें सीधा सोने के फायदे की, तो इस विषय पर कई अध्ययन किए जा चुके हैं, जिनमें सेहत के लिए पीठ के बल सोने के फायदे कई सारे पाए गए हैं। लेख में नीचे हम उन्हीं फायदों के बारे में जानेंगे।

 यह भी जाने 

रात में सोने का सही तरीका क्या है?

वास्तु (Vastu) के अनुसार पूर्व की दिशा की ओर सिर करके सोना शुभ रहता है. इससे सकारात्मकता और पठन-पाठन में एकाग्रता बढ़ती है. पश्चिम दिशा की तरफ सिर करके सोना भी अच्‍छा होता है, इससे यश-कीर्ति में बढ़ोतरी होती है.


कमर का दर्द कम होता है 


  • सोने की अव्यवस्थित और गलत मुद्रा अक्सर शरीर में दर्द का कारण बन सकता है.
  • जिसमें सबसे प्रमुख है कमर का दर्द ।
  • एक शोध के अनुसार, सही मुद्रा में सोने से कमर दर्द की समस्या में कुछ हद तक आराम मिल सकता है।
  • इसके लिए पीठ के बल सोते समय घुटनों के नीचे तकिया रखने की सलाह दी गई है।
  • साथ ही यह भी बताया गया है कि पेट के बल सोने से कमर पर खिंचाव पड़ सकता है.
  • जिससे कमर दर्द पहले से ज्यादा हो सकता है।
  • इस आधार पर यह कहना गलत नहीं होगा कि पीठ के बल लेटने के फायदे में कमर दर्द से राहत पाना भी शामिल है।

गर्दन का दर्द कम होता है 


  • गर्दन के दर्द के लिए भी पीठ के बल लेटने के फायदे देखे जा सकते हैं।
  • एक रिसर्च में साफतौर से यह बताया गया है कि पीठ के बल सोते समय यदि तकिये को गर्दन और पैरों के नीचे रखा जाता है.
  • तो यह गर्दन के मस्कुलोस्केलेटल यानी मांसपेशियां, जोड़ों व हड्डियों में होने वाले दर्द से बचाव कर सकता है।
  • हालांकि, शोध में इस बात का भी जिक्र मिलता है कि पीठ के बल सोने के साथ ही सोते समय सोने का तरीका भी सही होना जरूरी है।

सिर का दर्द कम होता है 


  • सही अवस्था में सोने से न सिर्फ कमर और गर्दन दर्द, बल्कि सिर दर्द में भी आराम मिल सकता है।
  • एक रिसर्च के अनुसार अव्यवस्थित और अपर्याप्त नींद सिरदर्द का कारण बन सकती है।
  • वहीं, नींद की गुणवत्ता में सुधार और पर्याप्त नीद से सिरदर्द को कम किया जा सकता है।
  • इसके अलावा, एक एक अन्य रिसर्च में बताया गया है कि सिर के नीचे तकिया रखकर पीठ के बल सोया जाए, तो इससे सोने में आराम मिलने के साथ सिर दर्द की समस्या में काफी हद तक राहत मिल सकती है।

झुर्रियों की समस्या से बचाव


  • गलत तरीके से सोने से हमारी त्वचा पर भी नकारात्मक प्रभाव देखने को मिल सकते हैं।
  • एक शोध में बताया गया है कि नींद के दौरान गलत अवस्था में सोने से झुर्रियों की समस्या हो सकती है।
  • ऐसा त्वचा पर सिकुड़न पड़ने का कारण होता है।
  • जानकारों की मानें, तो पेट के बल या करवट लेकर सोते समय त्वचा चादर व तकिये से घिसती है।
  • वहीं, इनमें कीटाणू भी हो सकते हैं, जो त्वचा पर बुरा असर दर्शा सकते हैं।
  • यही वजह है कि त्वचा के लिए पीठ के बल सोना सबसे बेहतर माना जाता है।
  • हालांकि, इस विषय पर अधिक शोध की जरूरत है।

कंधे का दर्द कम होता है 


  • कई लोगों को सोकर उठने पर कंधे को हिलाने में परेशानी होती है।
  • कंधे के दर्द से परेशान लोगों के लिए पीठ के बल सोना लाभदायक हो सकता है।
  • दरअसल, कुछ लोग दाएं या बाएं कंधे के बल सोते हैं।
  • इससे पूरी रात एक ही तरफ के कंधे पर भार पड़ सकता है.
  • जो कंधे में दर्द का कारण बन सकता है।
  • ऐसे लोगों को सोने की मुद्रा बदलने की सलाह दी जाती है.
  • जिसमें पीठ के बल सोना अच्छा माना जाता है।

सीधा सोने के लिए टिप्स – Tips for Sleeping On Your Back in Hindi


सीधा सोने के लिए नीचे दिए गए टिप्स को आजमाया जा सकता है, जो कुछ इस प्रकार हैं –

  1. सबसे पहले सही मैटरेस यानी गद्दे का चुनाव करें।
  2. इसके बाद गर्दन को सहारा देते हुए पीठ के बल लेट जाएं।
  3. अब घुटनों के नीचे एक आरामदायक तकिया रखें।
  4. इसके बाद अपने हाथ और पैर फैलाएं।
  5. अब आराम से सांस लेते हुए अपने मन को शांत करके सो जाएं।

पीठ के बल सोना उसके नुकसान – Side Effects of Sleeping On Your Back in Hindi


निम्न बिन्दुओं के माध्यम से पीठ के बल सोने के नुकसान जान सकते हैं ।

  1. पीठ के बल सोने पर सांस लेने में तकलीफ के साथ ही गंभीर हाइपोक्सिमिया यानी शरीर में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है।
  2. यह हृदय की समस्या का कारण भी बन सकता है।
  3. अधिक वजन वाले व्यक्ति, जिन्हें गंभीर श्वसन की समस्या है, उन्हें डॉक्टर पीठ के बल लेटने से मना करते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि इससे उनकी सांस रुकने के कारण जान का जोखिम तक हो सकता है।
  4. जिन्हें सोते समय खर्राटे लेने की आदत है, पीठ के बल सोने से उनकी समस्या बढ़ सकती है।
  5. एक रिसर्च के मुताबिक कभी-कभी पीठ के बल सोने पर यह कमर और पीठ के दर्द का कारण भी बन सकता है।

कुछ देर आराम करने के लिए या फिर कभी-कभी पीठ के बल सोया जा सकता है। पीठ के बल सोने के फायदे पाने के लिए सोते समय सही मुद्रा में सोना भी उतना ही आवश्यक है। लेख में ऊपर पीठ के बल सोने के सही तरीके के बारे में भी बताया गया है। जहां, एक ओर पीठ के बल सोने के फायदे हैं, तो वहीं कुछ स्थितियों में पीठ के बल सोने के नुकसान भी हो सकते हैं। इसलिए, किसी भी तरह की स्वास्थ्य स्थिति होने पर डॉक्टर की सलाह को ही तरजीह दें।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

1. बिना कपड़ों के सोने से क्या फायदे?

पर्याप्त आराम- एक्सपर्ट कहते हैं कि बिना कपड़ों के सोने से हमारे शरीर को पर्याप्त आराम मिलता है और इससे हमारी शारीरिक और मानसिक सेहत को बड़े फायदे होते हैं. इससे दिल की बीमारियों का जोखिम कम होता है. डायबिटीज और दूसरी गंभीर बीमारियां भी जल्दी शरीर को नहीं घेरती हैं. इम्यून सिस्टम बेहतर रहता है.

बाईं तरफ करवट लेकर सोना शारीरिक स्वास्थ्य के लिहाज से बेहतर माना जाता है. इससे दिल पर अधिक दबाव नहीं पड़ता, और वह बेहतर तरीके से कार्य कर पाता है.

3. रात में कितने बजे सोना चाहिए?

सामान्य व्यक्ति के लिए कितने घंटे की नींद जरूरी है इस पर कई तरह के शोध हो चुके हैं। चूंकि अलग-अलग व्यक्ति की नींद की जरूरतें कम या ज्यादा हो सकती हैं इसलिए कम से कम 6 घंटे और ज्यादा से ज्यादा 9 घंटे तक की नींद सही मानी जाती है।

4. पीठ के बल सोना सही है या गलत ? 

पीठ के बल सोने से रीढ़ की हड्डी संरेखित रहती है साथ ही मांसपेशियों में तनाव कम होता है। इसके अलावा पीठ के बल सोने से छाती पर दबाव कम होता है जिससे शरीर को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन मिलती रहती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि पीठ के बल सोने से एसिड रिफ्लक्स को कम किया जा सकता है। तो इस हिसाब से पीठ के बल सोना उसको हम लावदायक मान सकते है.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here