Jyada Pani ( ज्यादा पानी ) Pine ke Nuksan in Hindi : शरीर के लिए पानी बेहद आवश्यक है, लेकिन सीमित मात्रा में ही। बहुत कम लोग इस बात से वाकिफ होंगे कि शरीर में पानी की अधिकता कई तरह की बीमारियों को जन्म दे सकती है। यही कारण है कि Osmgyan.in के इस लेख में हम आज Jyada Pani पीने के नुकसान के बारे में चर्चा करेंगे। साथ ही इस लेख में ओवरहाइड्रेशन क्या है, ओवरहाड्रेशन सिमटम्स व ट्रीटमेंट ऑफ ओवरहाइड्रेशन के बारे में जानेंगे। चलिए शुरू करते है.

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ओवरहाइड्रेशन क्या है : what is overhydration In Hindi


 

Jyada Pani ( ज्यादा पानी ) Pine ke Nuksan in Hindiओवरहाइड्रेशन सामान्य तौर पर तब होता है जब शरीर में पानी की अधिकता हो जाती है। ओवरहाइड्रेशन को चिकित्सकिय भाषा में वाटर इनटॉक्सिकेशन कहते हैं। जब हम लगातार अत्यधिक मात्रा में पानी का सेवन करते हैं, तो ओवरहाइड्रेशन की समस्या उत्पन्न हो सकती है। वहीं, ओवरहाइड्रेशन के कारण कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, जिसके बारे में लेख में आगे विस्तार से जानेंगे।

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पानी की कमी से कौन सा रोग होता है?

डिहाइड्रेशन की वजह कम पानी पीना, डायरिया, वॉमिटिंग, बुखार, ज्यादा पसीना आना या बार-बार पेशाब आना भी हो सकती है. शरीर में पानी की कमी आपके पाचन तंत्र को बुरी तरह प्रभावित कर सकती है. हमें लगता है कि कॉन्स्टिपेशन की समस्या का इलाज केवल फाइबर ही है लेकिन पानी भी उतना ही जरूरी है.


ओवरहाइड्रेशन के लक्षण – Overhydration symptoms in Hindi


जैसा कि हमने पहले भी बताया कि शरीर में अत्यधिक तरल पदार्थ का होना या अत्यधिक पानी के सेवन से ओवरहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है। इस समस्या के होने से तमाम लक्षण देखने को मिल सकते हैं, जो कुछ इस प्रकार हैं:

  1. सिर में दर्द होना
  2. थकान महसूस होना
  3. चक्कर आना
  4. मतली की समस्या
  5. धुंधला नजर आना
  6. हर समय सुस्ती महसूस होना
  7. बेचैनी होना
  8. चिड़चिड़ापन होना
  9. मांसपेशियों में कंपन
  10. मांसपेशियों में ऐंठन
  11. दस्त
  12. लार गिरना
  13. हाइपरपीरेक्सिया यानी तेज बुखार
  14. एनहाइड्रोसिस यानी पसीना न आना

इसके अलावा, ओवरहाइड्रेशन के प्रारंभिक लक्षणों में कुछ मानसिक समस्याएं जैसे अनुचित व्यवहार के साथ, भ्रम, उलझन या असमंजस की स्थिति का अनुभव भी हो सकता है। वहीं, वक्त रहते इसका उपचार न कराया जाए, तो ये लक्षण हल्के भ्रम से बेहोशी में बोलने, दौरा पड़ना, कोमा या फिर मृत्यु का कारण बन सकता है।

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पानी पीने का सही समय क्या है?

आयुर्वेद का सुझाव है कि सुबह उठते ही खाली पेट पानी पीने की आदत डालें. इसे ऊषापान कहते हैं. ऐसा करने से शरीर से हानिकारक टॉक्सिन्स बाहर निकल जाते हैं जिससे बीमारियों से बचने में मदद मिलती है.


ज्यादा पानी पीने के नुकसान – Side effects of Overhydration in Hindi


स्वास्थ्य के लिए पानी कितना जरूरी है, इससे हम सभी अच्छे से वाकिफ हैं, लेकिन अधिक मात्रा में पानी पीना सेहत के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। नीचे हम क्रमानुसार Jyada Pani पीने से होने वाले नुकसान की जानकारी दे रहे हैं:

1. हाइपोनेट्रेमिया का जोखिम : 

  • Jyada Pani पीने के नुकासन में सबसे पहला नाम हाइपोनेट्रेमिया का है।
  • हाइपोनेट्रेमिया तब होता है जब रक्त में सोडियम की मात्रा असामान्य रूप से कम हो जाती है।
  • ऐसा ओवरहाइड्रेशन यानी अत्यधिक मात्रा में पानी पीने के कारण हो सकता है।
  • बता दें, शरीर में पानी के संतुलन को बनाए रखने के साथ मांसपेशियों और तंत्रिकाओं के सही तरीके से काम करने में सोडियम अहम भूमिका निभा सकता है।
  • जो ओवरहाइड्रेशन की वजह से उत्पन्न हो सकती है।
  • इस तरह Jyada Pani पीने से हाइपोनेट्रेमिया का जोखिम अधिक हो सकता है।

2. सूजन की परेशानी :

  • Jyada Pani पीने से सूजन की समस्या भी हो सकती है।
  • दरअसल, एक शोध में साफतौर से बताया गया है कि जब शरीर में सोडियम का स्तर कम हो जाता है.
  • तो पानी कोशिकाओं में प्रवेश करने लगता है।
  • इस कारण कोशिकाओं के अंदर पानी की मात्रा अत्यधिक हो जाती है.
  • जिसकी वजह से कोशिकाओं में सूजन आ सकती है।
  • इस आधार पर माना जा सकता है कि शरीर में अत्यधिक पानी सूजन की समस्या का कारण बन सकता है।
  • पानी ज्यादा पीने के नुकसान में डायरिया जैसी समस्या भी देखने को मिल सकती है।
  • एक शोध में इस बात का जिक्र मिलता है कि डायरिया वाटर इंटॉक्शिकेशन यानी ओवरहाइड्रेशन के प्रारंभिक लक्षणों में से एक है।
  • इस आधार पर यह कहना गलत नहीं होगा कि Jyada Pani पीना डायरिया का कारण बन सकता है।

4. मस्तिष्क में सूजन : 

  • शरीर में तरल पदार्थ की अधिकता के कारण हाइपोनेट्रेमिया की समस्या हो सकती है।
  • इस दौरान पानी की मात्रा कोशिकाओं में अधिक हो जाती है.
  • जिससे सूजन की समस्या हो सकती है।
  • इसमें विशेष रूप से मस्तिष्क की कोशिकाएं शामिल हैं।
  • इस आधार पर पानी ज्यादा पीने के नुकसान में मस्तिष्क में सूजन भी शामिल है।

5. हृदय संबंधी समस्या : 

  • ज्यादा पानी पीने के नुकसान में हृदय संबंधी विकार भी शामिल हैं।
  • एक शोध में साफतौर से बताया गया है कि ओवरहाइड्रेशन मायोकार्डियम यानी हृदय की मांसपेशियों में खिंचाव के साथ हृदय में पर्याप्त परिसंचरण होने से रोक सकता है।
  • इस तरह शरीर में अत्यधिक पानी कार्डियोवैस्कुलर यानी हृदय संबंधी रोगों के जोखिम को उत्पन्न कर सकता है।
  • वहीं, कई बार यह विशेष रूप से हार्ट फेलियर का कारण भी बन सकता है।

6. किडनी संबंधी समस्या :

  • किडनी का काम रक्त से अतिरिक्त पानी को फिल्टर कर पेशाब के जरिए शरीर से बाहर करना है।
  • ऐसे में शरीर में पानी की मात्रा अधिक होना यानी ओवरहाइड्रेशन से किडनी का कार्य भार बढ़ सकता है.
  • जिससे किडनी संबंधी समस्या उत्पन्न हो सकती है।
  • बता दें कि, क्रोनिक किडनी संबंधी समस्या का मुख्य कारण किडनी पर अत्यधिक भार पड़ना है.
  • जिसका मुख्य कारण शरीर में तरल पदार्थ का अत्यधिक होना यानी ओवरहाइड्रेशन है।
  • ऐसे में मान सकते है कि जादा पानी पीने से नुकसान में किडनी संबंधी समस्या भी शामिल है।

7. लिवर संबधी बीमारी : 

  • ओवरहाइड्रेशन के कारण शरीर में पानी की मात्रा का असंतुलन हो सकता है.
  • जो शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स के स्तर को प्रभावति कर सकता है।
  • एनसीबीआई पर मौजूद एक शोध में इसकी पुष्टि भी की गई है कि ओवरहाइड्रेशन के कारण हुए असंतुलित इलेक्ट्रोलाइट्स का स्तर लिवर से संबंधी समस्या जैसे – लिवर सिरोसिस का कारण बन सकता है।

8. बार बार पेशाब लगना : 

  • ज्यादा पानी पीने के नुकसान में बार-बार पेशाब आने की समस्या भी शामिल है।
  • दरअसल, शरीर में तरल पदार्थ अत्यधिक होने से बार बार पेशाब लग सकता है.
  • जिस वजह से यूरिन में मौजूद रसायनों व सीरम में कमी देखने को मिल सकती है।
  • हालांकि, यह सामान्य है कि शरीर में पानी की मात्रा अधिक होने पर बार-बार पेशाब लग सकता है।

9. क्लोरीन ओवरडोज का खतरा : 

  • Jyada Pani पीने के फायदे और नुकसान की बात की जाए, तो इसके फायदे न के बराबर हैं।
  • एनसीबीआई पर उपलब्ध एक शोध की मानें, तो पीने के पानी को स्वच्छ रखने के लिए क्लोरीन का उपयोग किया जाता है।
  • वहीं, ज्यादा पानी पीने से शरीर में क्लोरीन की मात्रा की अधिकता हो सकती है.
  • जिसकी वजह से मूत्राशय व कोलोरेक्टल कैंसर होने का खतरा बढ़ सकता है।

10. कोमा में जाने का जोखिम : 

  • लंबे समय तक ज्यादा पानी पीने से शरीर में तरल पदार्थ की मात्रा बढ़ सकती है.
  • जिसकी वजह से मानसिक व शारीरिक स्थिति पर नकारात्मक प्रभाव देखने को मिल सकते हैं।
  • कई बार वाटर इंटॉक्सिकेशन जीवन के लिए खतरा बन सकता है।
  • अगर इसका इलाज वक्त रहके न कराया जाए, तो व्यक्ति कोमा में जा सकता है।
  • वहीं, कई मामलों में यह प्राणघातक भी हो सकता है।

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1 दिन में एक आदमी को कितने लीटर पानी पीना चाहिए?

शरीर को स्वस्थ रखने के लिए एक स्वस्थ आदमी को दिन में 2 से 3 लीटर पानी पीना चाहिए.


प्रतिदिन कितनी मात्रा में पानी पीना चाहिए – How Much Water Should You Drink Per Day


प्रतिदिन तरल पदार्थ के सेवन की मात्रा हर किसी के लिए भिन्न हो सकती है। यह व्यक्ति की उम्र, लिंग, चिकित्सकिय स्थितियों व दैनिक गतिविधि पर निर्भर करता है। नीचे हम ऑस्ट्रेलियन डाइट्री गाइडलाइन के मुताबिक उम्र के हिसाब से रोजाना किसे कितना पानी पीने की जरूरत होती है, एक तालिका के माध्यम से इसकी जानकारी दे रहे हैं।

उम्र व शारिरीक स्थिती पानी की मात्रा 
0-6 महीने के शिशु0.7 लीटर
7-12 महीने के शिशुकुल 0.8 लीटर
1-3 साल के लड़के व लड़कियां1 लीटर (लगभग 4 कप)
4-8 साल के लड़के व लड़कियां1.2 लीटर (लगभग 5 कप)
9-13 वर्ष के लड़के1.6 लीटर (लगभग 6 कप)
14-18 वर्ष के लड़के1.9 लीटर (लगभग 7-8 कप)
9-13 वर्ष की लड़की1.4 लीटर (लगभग 5-6 कप)
14-18 वर्ष की लड़की1.6 लीटर (लगभग 6 कप)
19 वर्ष व उससे अधिक के पुरुष2.6 लीटर (लगभग 10 कप)
19 वर्ष व उससे अधिक की महिलाएं2.1 लीटर (लगभग 8 कप)
14-18 वर्ष की गर्भवती लड़कियां1.8 लीटर (लगभग 7 कप)
19 वर्ष व उससे अधिक आयु की गर्भवती महिलाएं2.3 लीटर (लगभग 9 कप)
14-18 वर्ष की आयु की स्तनपान कराने वाली लड़कियां2.3 लीटर (लगभग 9 कप)
स्तनपान कराने वाली महिलाएं2.6 लीटर (लगभग 10 कप)

 


डॉक्टर की सलाह कब लेनी चाहिए : When to consult a doctor


ओवरहाइड्रेशन की समस्या में निम्नलिखित लक्षण दिखाई दें, तो बिना देर किए डॉक्टर से संपर्क करें :

  • संज्ञानात्मक कार्यों से संबंधित समस्या जैसे – ध्यान लगाने में कमी, सतर्कता की कमी, सोचने समझने की क्षमता प्रभावित होने पर आदि
  • फेफड़ों से जुड़ी समस्या महसूस होने पर
  • न्यूरोलॉजिकल यानी मस्तिष्क से संबंधित समस्या के लक्षण होने पर
  • शरीर में तरल पदार्थों के स्तर में तेजी से असंतुलन होने पर
  • भ्रम होने पर
  • दौरे आने पर

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शरीर में कितना पानी होता है?

मानव शरीर में पानी की मात्रा 60-70 प्रतिशत होती है.


ओवरहाइड्रेशन का इलाज – Treatment of Overhydration in Hindi


ओवरहाइड्रेशन का इलाज व्यक्ति में दिखाई देने वाले लक्षण व शारिरीक स्थिति पर निर्भर करता है।

ऐसे में ओवरहाइड्रेशन के इलाज के लिए डॉक्टर कुछ तरीके अपना सकते हैं, जिसके बारे में नीचे क्रमवार तरीके से बता रहे हैं।

  1. ओवरहाइड्रेशन के इलाज के दौरान डॉक्टर सबसे पहले तरल पदार्थ को लेने की मात्रा में कमी करने का सुझाव दे सकते हैं।
  2. इसके बाद व्यक्ति का सोडियम लेवल चेक कर सकते हैं।
  3. सोडियम लेवल जांचने के बाद जिस व्यक्ति में सोडियम 130 mEq/L होता है, उन्हें 50 एमएल सोडियम लेने की सलाह दे सकते हैं।
  4. वहीं, जिसका 130 meq/L से कम हो, तो 100 एमएल सोडियम चढ़ाने कि सलाह दे सकते हैं।

हालांकि ओवरहाइड्रेशन के इलाज का मुख्य उद्देश्य इसके कारण होने वाली समस्याओं के लक्षणों को कम करना होता है, जो कुछ इस प्रकार हैं:

  • ब्रेन हर्नियेशन से बचाव
  • हाइपोनेट्रेमिया के लक्षण से राहत
  • सोडियम की कमी को नियंत्रित रखना

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सुबह खाली पेट पानी कैसे पीना चाहिए?

सुबह उठने के बाद 2 गिलास पानी पीना चाहिए। आयुर्वेद के मुताबिक सुबह खाली पेट पानी पीना काफी फायदेमंद होता है। ऐसा करने से बॉडी से टॉक्सिन्स बाहर निकल जाते हैं और शरीर की सफाई अच्छी तरह हो जाती है। साथ ही सुबह खाली पेट पानी पीने से कब्‍ज में भी राहत मिलती है।

ओवरहाइड्रेशन से बचने के उपाय – Prevention Tips for Water Intoxication in Hindi


ओवरहाइड्रेशन से बचने के उपाय में यहां हम कुछ ऐसे तरीके बताने जा रहे हैं, जिन्हें अपनाकर इससे बचा जा सकता है।

  • दिन भर में पानी पीने की मात्रा सीमित रखें। प्रतिदिन 7 से 8 गिलास पानी पी सकते हैं।
  • अगर किसी बीमारी की वजह से अधिक प्यास लगती है,
  • तो ऐसी स्थिति में प्यास को शांत करने के लिए क्या करें, इसके लिए डॉक्टर की सलाह लें।
  • यदि नियमित रूप से व्यायाम करते हैं,
  • तो व्यायाम करते समय सीमित मात्रा में कुछ कुछ देर में पानी पी सकते हैं।
  • इसके लिए अगर चाहें तो ट्रेनर से भी पूछ
  • सकते हैं। एक साथ ज्यादा पानी पीने से परहेज करें।
  • यदि अधिक प्यास महसूस हो रही है, तो सीमित मात्रा में स्पोर्ट्स ड्रिंक भी पी सकते हैं।
  • ऐसा इसलिए क्योंकि इनमें इलेक्ट्रोलाइट्स होते हैं, जो शरीर में
  • आवश्यक तत्वों को संतुलित करने में मदद कर सकते हैं।

वैसे तो माना जाता है कि जल ही जीवन है, लेकिन इसकी अधिकता स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक साबित हो सकती है। इस लेख को पढ़कर समझ ही गए होंगे कि ज्यादा पानी पीने से नुकसान क्या-क्या हो सकते हैं। इससे बचने के लिए लेख में ओवरहाइड्रेशन से बचने के उपाय दिए गए हैं, जिन्हें फॉलो कर आप Jyada Pani पीने से होने वाले नुकसान से बच सकते हैं। बस तो अब से सही मात्रा में पानी का सेवन करने की आदत डालें।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

1. Kya Jyada Pani Pine Se Maut Ho Sakti Hai ?

लंबे समय तक Jyada Pani पीने से शरीर में तरल पदार्थ की मात्रा बढ़ सकती है। कुछ मामलों में यह गंभीर स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का कारण बन सकता है, जिसका सही समय पर इलाज न कराया जाए, तो व्यक्ति की मृत्यु भी हो सकती है।

2. मनुष्य को 24 घंटे में कितना पानी पीना चाहिए?

24 घंटे में कितना पानी पीना चाहिए। आमतौर पर रोजाना कम से कम 2 लीटर पानी पीने की बात कही जाती है। रोजाना सही मात्रा में पानी पीने से मेटाबॉलिज्म स्तर तेजी से बढ़ता है और भूख भी नियंत्रित रहती है।

3. उम्र के हिसाब से कितना पानी पीना चाहिए?

हर रोज सही मात्रा में पानी पीना बहुत जरूरी है। वहीं 1 साल से 8 साल की उम्र के बच्चों तो एक दिन में 1.5 लीटर पानी पीना चाहिए।

  • 9 साल से 17 साल की आयु के बच्चे को हर रोज कम से कम 12 गिलास पानी तो पीना ही चाहिए। इससे बॉडी में एनर्जी तो आती ही है साथ ही बच्चे को कई बीमारियों से बचाता भी है।
  • 17 साल से ज्यादा लोगों को एक दिन में कम से कम 3 लीटर पानी पीना चाहिए। वहीं महिलाओं को हर रोज 10 गिलास पानी पीने की आदत डालनी ही चाहिए।
  • इससे उनकी बॉडी भी सही रहेगी। साथ ही आपका फेस भी काफी ग्लो करेगा।

4. Night Mein Jyada Pani Pine Se Kya Hota Hai ? 

  • पानी पीने से आपको रात में कई बार बाथरूमम जाना पड़ सकता है।
  • रात में 8 घंटे की नींद जरूरी होती है लेकिन पानी पीने से आपको रात में कई बार पेशाब के लिए जाना पड़ सकता है।
  • अगर सोने से पहले आप बहुत ज्यादा पानी पी लेते हैं तो शरीर उसका उपयोग नहीं कर पाता और फैट बढ़ जाता है।

5. पेशाब करने के कितनी देर बाद पानी पीना चाहिए?

पेशाब करने के तुरंत बाद पानी पी लेते हैं तो हमें पेशाब से संबंधित कई बीमारियां घेर लेती हैं। हमें या तो पेशाब जाने से पहले पानी पीना चाहिए या फिर पेशाब करके आने के बाद कम से कम 10 से 12 मिनट के बाद ही पानी पीना चाहिए।

6. क्या पानी पीकर वजन कम किया जा सकता है?

हां, एक शोध में बताया गया है कि गर्म पानी पीने से कुछ हद तक कैलोरी बर्न हो सकती है, जिससे वजन कम करने में सहायता मिल सकती है। हालांकि, इसके लिए सही मात्रा में पानी पीना आवश्यक है।

7. Kya Jyada Pani Pine Se Bazan Bad Sakta Hai ?

ज्यादा पानी पीने से वजन बढ़ सकता है या नहीं, इस बारे में कोई सटीक शोध उपलब्ध नहीं हैं। हालांकि, पानी हमारे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है, लेकिन सीमित मात्रा में ही। अधिक मात्रा में पानी पीना नुकसानदेह हो सकता है।

8. Kya Jyada Garam Pani Pine Ke Nuksaan Ho Sakte Hai ?

हां, ज्यादा गर्म पानी पीना स्वास्थ्य के लिए चिंताजनक हो सकता है। शोध की मानें, तो ज्यादा गर्म पानी का सेवन अन्नप्रणाली को नुकसान पहुंचा सकता है।

9. एक घंटे में कितना पानी पीना अधिक हो सकता है?

जानकारी के अनुसार, एक दिन में महिलाओं को लगभग 2 लीटर यानी 8 कप और पुरुषों को लगभग 2.6 लीटर यानी 10 कप तक पानी पीना चाहिए । वहीं, एक घंटे में 250 से 500 एमएल तक पानी पीना सही हो सकता है । साथ ही ध्यान रखें कि एक बार में अधिक पानी पीना हार्ट फेलियर का कारण बन सकता है।

11. Kya Jyada Thanda Pani Pine Ke Nuksaan Ho Sakte Hai?

हां, एक शोध में इस बात की जानकारी मिलती है कि ठंडा पानी पीने से शरीर में मौजूद फैट यानी वसा जम जाता है। इससे पाचन क्रिया से संबंधित समस्या उत्पन्न हो सकती है ।

12. Jyada Pani Pine Ke Kya Nuksaan Hai : ज्यादा पानी पीने के क्या नुक्सान है?

ज्यादा पानी पीने से शरीर में नमक और इलेक्ट्रोलाइट की मात्रा कम हो जाती है. वहीं इससे आपका पेट फूल भी सकता है और साथ ही उल्टी, सिर दर्द जैसी समस्या भी हो सकती है. इसके अलावा अगर स्थिति बिगड़ने पर इंसान बेहोश भी हो सकता है. ज्यादा पानी पीने से ओवरहाइड्रेशन की समस्या भी हो सकती है.

13. Sareer Mein Jyada Pani Ho To Kya Kare : शरीर में ज्यादा पानी हो तो क्या करें?

यदि आप प्यासे हैं, तो अधिक पानी पीएं। यदि आपको मधुमेह या गुर्दे की बीमारी जैसी कोई चिकित्सीय स्थिति है, तो सर्वोत्तम उपचार के बारे में अपने डॉक्टर से बात करें। अगर आपको असामान्य रूप से प्यास लगती है तो भी अपने डॉक्टर से संपर्क करें। यह एक मेडिकल प्रॉब्‍लम का संकेत हो सकता है जिसका इलाज करना जरूरी होता है।

14. Jyada Pani Pine Se Kya Faiyde Hote Hai : ज्यादा पानी पीने के क्या फायदे होते हैं?

  • आपका एनर्जी बूस्ट देता है
  • कब्ज और सिरदर्द को रोकता है
  • वजन घटाने को बढ़ावा देता है
  • आपको एक ब्राईट और साफ त्वचा प्रदान करता है
  • लार बनाने में मदद करता है

 

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