ग्रीन टी क्या है? क्या ग्रीन टी वजन घटाने में मदद करती है?

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जब बात आए फिटनेस और स्वास्थ्य की, तो Green-T के बेनिफिट्स को नकारा नहीं जा सकता। ग्रीन टी के स्वास्थ्य फायदों की वजह से विश्व भर में इसका चलन बढ़ रहा है। इस पर किए गए कई अध्ययनों ने भी इसके औषधीय गुणों को उजागर किया है, जिनकी चर्चा हम Osmgyan.in  के इस लेख में करेंगे। इस आर्टिकल में न सिर्फ ग्रीन टी के फायदे बताए गए हैं, बल्कि ग्रीन टी का उपयोग और इससे जुड़ी जरूरी जानकारी को भी साझा किया गया है। साथ ही लेख के अंत में ग्रीन टी के नुकसान भी बताए गए हैं।

पाठक ध्यान दें कि भले ही बेनिफिट्स ऑफ ग्रीन टी कई हैं, लेकिन इसे लेख में शामिल किसी भी बीमारी का मेडिकल ट्रीटमेंट नहीं समझा जा सकता। ग्रीन टी के फायदे सिर्फ शारीरिक समस्या से बचाव व इनके प्रभाव को कुछ हद तक कम करने में एक सहायक भूमिका निभा सकते हैं।

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1 ग्रीन टी क्या है पूरी जानकारी ?

ग्रीन टी क्या है पूरी जानकारी ?

  • इससे पहले कि हम Green-T के फायदों के बारे में जानकारी दें।
  • हम अपने पाठकों को ‘ग्रीन टी क्या है’ उस बारे में बता देते हैं।
  • ग्रीन टी को कैमेलिया साइनेन्सिस पौधे से बनाया जाता है।
  • इस पौधे की पत्तियों का उपयोग न सिर्फ ग्रीन टी बल्कि अन्य प्रकार की चाय जैसे :
  • ब्लैक टी बनाने में भी किया जाता है.
  • लेकिन मानव स्वास्थ्य पर सबसे ज्यादा प्रभाव ग्रीन टी का देखा गया है।
  • अगर बात करें ग्रीन टी और ब्लैक टी की, तो भले ही ये एक ही पौधे से मिलते हों,
  • लेकिन, दोनों को बनाने का तरीका अलग है।
  • ग्रीन टी का उत्पादन करने के लिए ताजे पत्तों को तोड़ने के बाद तुरंत भाप दी जाती है.
  • ताकि ग्रीन टी का अच्छे से निर्माण हो।
  • यह प्रक्रिया स्वास्थ्य को बढ़ावा देने वाले प्राकृतिक Polyphenols को संरक्षित रखती हैं ।
  • वहीं, इसमें ब्लैक और ओलोंग टी की तुलना में अधिक कैटेचिन पाया जाता है.
  • जो एक प्रकार का Antioxidant होता है।

ग्रीन टी के प्रकार 

ऐसे तो बाजार में कई तरह की ग्रीन-टी उपलब्ध हैं, लेकिन सबके बारे में बताना संभव नहीं है। इसलिए, नीचे हम Green-T के कुछ प्रकारों के बारे में जानकारी दे रहे हैं।

  1. Jasmine Green-Tea
  2. Moroccan Mint Green Tea
  3. Gain Macha Green-Tea
  4. Dragon Well Green Tea
  5. Hauzicha Green-Tea
  6. Kucicha Green-Tea
  7. Sencha Green-Tea
  8. Gyokuro Green-Tea
  9. Vilochan Green-Tea
  10. Matcha Green-Tea

ग्रीन टी के फायदे 

  • यह मोटापा और मधुमेह को नियंत्रित करने में मदद कर सकती है.
  • और साथ ही कैंसर जैसी घातक बीमारी के जोखिम से बचाव में भी कुछ हद तक सहायक हो सकती है ।
  • Green-T के फायदे आतंरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ त्वचा और बालों के लिए भी कारगर हो सकते हैं।

वेट लोस्स करने में फायदे

ग्रीन टी क्या है? क्या ग्रीन टी वजन घटाने में कैसे मदद करती है?

  • Green-T वजन कम करने में फायदेमंद हो सकती है।
  • इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट, मेटाबॉलिज्म को बढ़ाकर वजन कम करने में मदद कर सकता है।
  • एनसीबीआई (The National Center for Biotechnology Information) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के अनुसार,
  • ग्रीन-टी पीने के साथ मध्यम तीव्रता के व्यायाम फैट ऑक्सीडेशन बढ़ावा देने का काम कर सकते हैं.
  • जिससे मोटापे को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है।
  • इसके अलावा, एक अन्य अध्ययन में ग्रीन टी में मौजूद कैटेचिन और कैफीन के मिश्रण का सेवन वजन कम करने और वजन को संतुलित रखने में कुछ हद तक सकारात्मक प्रभाव दिखा सकता है।

ब्रेन के लिए फायदे

ग्रीन टी क्या है? क्या ग्रीन टी वजन घटाने में कैसे मदद करती है?

  • Green-T का सेवन मस्तिष्क के लिए भी लाभकारी हो सकता है।
  • दरअसल, इस विषय पर किए गए एक शोध में यह बात सामने आयी है कि ग्रीन टी चिंता को कम करने के साथ-साथ मस्तिष्क की कार्यप्रणाली में सुधार कर सकती है।
  • इसके अलावा, यह एकाग्रता बढ़ाने में भी सकारात्मक प्रभाव प्रदर्शित कर सकती है।
  • शोध में बताया गया है कि इन सभी लाभ के पीछे Green-T में मौजूद Caffeine और L-Theanine एक प्रकार का केमिकल का संयुक्त प्रभाव हो सकता है।
  • ऐसे में संतुलित मात्रा में इसका सेवन किया जा सकता है।

मधुमेह के लिए फायदे

ग्रीन टी क्या है? क्या ग्रीन टी वजन घटाने में मदद करती है?

  • Green-T पीने के फायदे में मधुमेह से बचाव भी शामिल है।
  • दरअसल, जापान में किए गए एक अध्ययन में यह पाया गया कि रोजाना एक कप से भी कम ग्रीन टी पीने वाले लोगों की तुलना में प्रतिदिन छः या उससे अधिक कप ग्रीन टी का सेवन करने वाले व्यक्तियों में 33% Type – 2 Diabetes का खतरा कम हुआ ।
  • इसके अलावा, चूहों पर किए गए अध्ययनों में यह बात सामने आयी कि ग्रीन टी का सेवन Insulin sensitivity (जब इन्सुलिन प्रभावी ढंग से ब्लड ग्लूकोज को ऊर्जा में परिवर्तित करता है) में सुधार कर सकता है।
  • वहीं, यह इंसुलिन रेजिस्टेंस  कोशिकाएं जब इंसुलिन को प्रतिक्रिया नहीं देती, जिससे ब्लड शुगर का स्तर बढ़ता है) और हाइपरग्लाइसीमिया खून में ग्लूकोज का बढ़ने से बचाव कर सकता है।
  • आसान शब्दों में समझा जाए तो ग्रीन टी में Anti-diabetic गुण होते हैं.
  • जो खून में ग्लूकोज के स्तर को कम कर मधुमेह का जोखिम कम कर सकते हैं ।

कोलेस्ट्रॉल के लिए फायदे

ग्रीन टी क्या है? क्या ग्रीन टी वजन घटाने में मदद करती है?

  • एक रिपोर्ट के अनुसार ग्रीन-टी हानिकारक कोलेस्ट्रॉल, जिससे ह्रदय रोग होने की आशंका बढ़ती हैउसके स्तर को कम कर सकती है।
  • फिलहाल, अधिकांश अध्ययन कैटेचिन (ग्रीन टी में मौजूद पॉलीफेनोल) युक्त कैप्सूल पर किए गए हैं।
  • सीधे तौर पर यह कितनी फायदेमंद होगी, इसपर और शोध की आवश्यकता है।

कैंसर के लिए  फायदे

ग्रीन टी क्या है? क्या ग्रीन टी वजन घटाने में मदद करती है?

  • नेशनल कैंसर इंस्टिट्यूट के मुताबिक, पॉलीफेनोल ,कैटेचिन चाय के एंटी-कैंसर गुणों के लिए जिम्मेदार है।
  • इनमें से सबसे भरोसेमंद ईजीसीजी epigallocatechin-3-gallate है।
  • यह, मुक्त कणों से लड़ सकता है और कोशिकाओं को डीएनए क्षति से बचा सकता है।
  • ग्रीन-टी में मौजूद पॉलीफेनोल इम्यून सिस्टम की प्रक्रिया को भी ठीक कर सकता है।
  • एक और अध्ययन के अनुसार, ग्रीन-टी कुछ खास प्रकार के कैंसर फेफड़े, त्वचा, स्तन, लिवर, पेट और आंत के जोखिम से बचाव में मदद कर सकती है।
  • साथ ही ग्रीन-टी कैंसर कोशिकाओं के प्रसार को रोकने में भी सहायक हो सकती है।
  • साथ ही हम इस बात को नजरअंदाज नहीं कर सकते हैं कि कैंसर एक गंभीर बीमारी है।
  • इसके इलाज के लिए सिर्फ घरेलू उपचार पर निर्भर रहना सही नहीं है।
  • इसके लिए उचित मेडिकल ट्रीटमेंट ही पहली प्राथमिकता होनी चाहिए ,
  • घरेलू उपाय सिर्फ कैंसर के लक्षणों से कुछ हद तक आराम दिला सकता है।

रक्तचाप के लिए फायदे

ग्रीन टी क्या है? क्या ग्रीन टी वजन घटाने में मदद करती है?

  • ग्रीन टी ब्लड प्रेशर के लिए भी लाभकारी हो सकती है।
  • दरअसल, एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित शोध के अनुसार ग्रीन टी का सेवन ब्लड प्रेशर को कम कर सकता है।
  • वहीं, एक अन्य शोध के अनुसार, अधिक वजन वाले और मोटापे ग्रीन टी ब्लड प्रेशर के लिए भी लाभकारी हो सकती है।
  • दरअसल, एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित शोध के अनुसार ग्रीन टी का सेवन ब्लड प्रेशर को कम कर सकता है.
  •  वहीं, एक अन्य शोध के अनुसार, अधिक वजन वाले और मोटापे से ग्रस्त वयस्कों में, ग्रीन टी या जीटीई– ग्रीन टी एक्सट्रैक्ट सप्लिमेंटेशन में एक छोटी, लेकिन महत्वपूर्ण कमी का कारण बनता पाया गया है।
  • फिलहाल, इस विषय पर अभी और अध्ययन की आवश्यकता है।
  • अगर कोई पहली बार इसका सेवन कर रहा है.
  • तो एक बार डॉक्टरी सलाह जरूर लें।
  • साथ ही अगर किसी को निम्न रक्तचाप की समस्या है तो ग्रीन टी के सेवन से परहेज करना ही अच्छा है।
  • ग्रस्त वयस्कों में, ग्रीन टी या जीटीई GTE – ग्रीन टी एक्सट्रैक्ट सप्लिमेंटेशन बीपी में एक छोटी, लेकिन महत्वपूर्ण कमी का कारण बनता पाया गया है।
  • फिलहाल, इस विषय पर अभी और अध्ययन की आवश्यकता है।
  • अगर कोई पहली बार इसका सेवन कर रहा है, तो एक बार डॉक्टरी सलाह जरूर लें।
  • साथ ही अगर किसी को निम्न रक्तचाप की समस्या है तो Green-T के सेवन से परहेज करना ही अच्छा है।

त्वचा के लिए फायदे

  • स्वास्थ्य के साथ-साथ Green-T के फायदे त्वचा के लिए भी है।
  • जानवरों पर किए गए अध्ययनों से यह बात सामने आयी है कि ग्रीन टी के अर्क के सेवन या उसके उपयोग से हानिकारक पराबैंगनी किरणों के कारण स्किन ट्यूमर का जोखिम कम हो सकता है।
  • इसमें एंटीइन्फ्लेमेटरी गुण भी मौजूद होते हैं.
  • जो एंटीकैंसर की तरह ही काम कर सकते हैं।
  • इसमें मौजूद पॉलीफिनॉल एपिग्लोकैटेचिन-3-गैलेट इसके लिए जिम्मेदार हो सकता है।
  • शोध में जब चूहों की त्वचा पर इसका उपयोग किया गया तो यूवीबी (UV) के कारण उत्पन्न होने वाले ऑक्सीडेटिव तनाव पर ईजीसीजी के सुरक्षात्मक प्रभाव देखे गए।
  • बता दें ऑक्सीडेटिव तनाव त्वचा को नकारात्मक रूप से प्रभावित करता है।
  • हालांकि, मनुष्यों पर इसके बेहतर प्रभाव जानने के लिए बहुत कम ह्यूमन स्टडी की गयी है.
  • इसलिए इस विषय पर अभी और शोध किए जाने की आवश्यकता है।

तनाव में फायदे

  • चूहों पर किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि Green-T में मौजूद पॉलीफेनोल्स तत्व Antidepressant प्रभाव पैदा करते हैं।
  • इसके एंटीडिप्रेसंट गुण तनाव की स्थिति में लाभदायक साबित हो सकते हैं।
  • वहीं, दूसरी ओर Green-T में मौजूद कैफीन भी तनाव के इलाज में अहम भूमिका निभा सकता है।
  • कम कैफीन युक्त ग्रीन टी के सेवन से तनाव की समस्या से कुछ हद तक राहत मिल सकती है।
  • फिलहाल, इस संबंध में और वैज्ञानिक अध्ययन की जरूरत है।

हृदय के लिए फायदे

  • एक रिपोर्ट के अनुसार, Green-T हृदय के लिए फायदेमंद हो सकती है।
  • इसका सेवन करने से हृदय रोग से भी बचा जा सकता है।
  • 40,530 जापानी वयस्कों पर किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि,
  • रोजाना एक कप ग्रीन टी का सेवन करने वाले व्यक्तियों की तुलना में,
  • प्रतिदिन पांच कप से अधिक Green-T पीने वाले व्यक्तियों में,
  • दिल का दौरा पड़ने या स्ट्रोक से मृत्यु का जोखिम 26 प्रतिशत,
  • और अन्य सभी कारणों से मृत्यु का जोखिम 16 प्रतिशत कम था।
  • वहीं, दूसरी ओर एक अध्ययन में पाया गया कि चाय में मौजूद कैटेचिन,
  • एथेरोस्क्लेरोसिस धमनियों में प्लाक का जमना जैसी बीमारी के जोखिम को कम कर सकता है।
  • फिलहाल, इस विषय पर अभी और शोध की आवश्यकता है।

ग्रीन टी के पौष्टिक तत्व 

नीचे हम पाठकों की जानकारी के लिए ग्रीन टी में मौजूद पोषक तत्वों की सूची साझा कर रहे हैं।

NutrientsWeightage
Water99.93 Gram
Energy1 Kcal
Protein0.22 Gram
Iron0.02 Milligram
Magnesium1 Milligram
Potassium8 Milligram
Sodium1 Milligram
Zinc0.01 Milligram
Copper0.004 Milligram
Manganese0.184 Milligram
Thiamine0.007 Milligram
Riboflavin0.058 Milligram
Niacin0.03 Milligram
Vitamin- B60.005 Milligram
Caffeine12 Milligram

 

ग्रीन टी पीने का सही समय 

  • Green-T पीने के सही वक्त की बात करें तो इस बारे में कोई वैज्ञानिक प्रमाण उपलब्ध नहीं है।
  • ऐसे में अनुमान के तौर पर कहा जा सकता है कि ग्रीन टी पीने का समय नाश्ते या दोपहर के खाने के बाद अच्छा हो सकता है।
  • खाली पेट Green-T पीने से बचें, क्योंकि ऐसा करने से पेट संबंधी समस्या हो सकती है।
  • रात को ग्रीन टी पीने का समय सही नहीं हो सकता है.
  • क्योंकि इसमें कैफीन होता है.
  • जो अनिद्रा को बढ़ावा दे सकता है।
  • इसके अलावा, हर व्यक्ति का शरीर एक जैसा नहीं होता है.
  • ऐसे में सेवन का वक्त और मात्रा अलग-अलग हो सकती है।
  • इसलिए, बेहतर है इस बारे में डॉक्टर या विशेषज्ञ की सलाह ली जाए।

ग्रीन टी के नुकसान – Demerits of Green Tea :

  • Green-T के सेवन से पेट दर्द, मतली और लिवर संबंधी समस्या हो सकती है।
  • ग्रीन टी में कैफीन मौजूद होता है, ऐसे में इसके अधिक सेवन से अनिद्रा, सिरदर्द, कंपकंपी और चिंता जैसी परेशानियां हो सकती हैं।
  • ग्रीन टी में टैनिक एसिड नामक तत्व होता है, जो दांतों में दाग का कारण बन सकता है।
  • गर्भावस्था के दौरान ग्रीन टी के सेवन से पहले डॉक्टरी सलाह जरूर लें।
  • इसमें कैफीन होता है और गर्भावस्था के दौरान 300 मिलीग्राम से ज्यादा कैफीन का सेवन गर्भावस्था की अवधि को बढ़ा सकता है।

वजन घटाने में ग्रीन टी क्यों फायदेमंद है? 

  • Green-T में एपिगैलोकैटेचिन-3-गैलेट (ईजीसीजी, एक प्रकार का कैटेचिन) नामक कंपाउंड होता है।
  • यह वजन कम करने में कारगर हो सकता है।
  • इस हर्बल चाय में कई अन्य प्रकार के गुण भी होते हैं और उन्हीं में से एक है एंटीऑक्सीडेंट।
  • यह गुण मेटाबॉलिज्म को बढ़ाकर वजन कम कर सकता है।
  • इसके अलावा, अगर इसका सेवन एक्सरसाइज के साथ किया जाए,
  • तो यह फैट को कम करने का काम भी कर सकती है।
  • इसी संबंध में एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन) की वेबसाइट पर यूनिवर्सिटी ऑफ बर्मिंघम के रिसर्च को प्रकाशित किया गया है।
  • इस रिसर्च में बताया गया है कि Green-T पीने से मोटापा संबंधी समस्या दूर हो सकती हैं।
  • यह मेटाबॉलिक रेट दर को बढ़ाकर हर समय थोड़ी-थोड़ी कैलोरी को कम करने में मदद मिल सकती है।
  • इसमें मौजूद योगिक फैट बर्निंग हॉर्मोन को सक्रिय कर सकते हैं ।

कैलोरी में कम होती है हरी चाय

  • माना जाता है कि डाइट में कैलोरी की मात्रा अधिक होने और शारीरिक गतिविधि कम होने से मोटापे का खतरा हो सकता है,
  • जिससे कई प्रकार की शारीरिक समस्याएं हो सकती हैं।
  • वहीं, Green-T के एक कप यानी 245 ग्राम में केवल 2.45 कैलोरी होती है।
  • कम कैलोरी होने के कारण इसे पीने से वजन नहीं बढ़ता है
  • और साथ ही यह वजन को कम करने में भी फायदेमंद हो सकती है।
  • यह प्राकृतिक पेय है, जिसे तैयार करने में केवल 5-7 मिनट लगते हैं।

चयापचय के लिए

  • शरीर में होने वाली रासायनिक गतिविधियों को चयापचय कहते हैं।
  • चयापचाय यानी मेटाबॉलिज्म के फायदे की बात करें तो ये शरीर में ऊर्जा का इस्तेमाल पाचन क्रिया,
  • सांस की कार्यप्रणाली, रक्त संचरण, शरीर का तापमान, मूत्र और मल के माध्यम से अपशिष्ट पदार्थ को शरीर से बाहर निकालने
  • और मस्तिष्क व तंत्रिकाओं की कार्यप्रणाली को बेहतर करने में करता है।
  • वहीं, ग्रीन टी का सेवन चयापचय को बढ़ाने में लाभदायक हाे सकता है।
  • Green-T के कैटेचिन नामक कंपाउंड में एंटीऑक्सीडेंट गुण मौजूद होते हैं।
  • यह एंटीऑक्सीडेंट गुण शरीर से हानिकारक पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है।
  • इसके अलावा, चयापचय सिंड्रोम के जोखिम को कम करने में भी मदद कर सकता है।

भूख को कम करे

  • Green-T के सेवन से भूख कम लगती है।
  • दरअसल, इसमें पाए जाने वाले एपिगैलोकैटेचिन गैलेट नामक कंपाउंड भूख को कम करने का काम करते हैं ।
  • वहीं, एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित स्वीडिश वैज्ञानिकों के शोध में पाया गया है
  • कि Green-T का सेवन भूख के स्तर को कम करने में मदद कर सकता है।
  • एक अन्य वैज्ञानिक रिसर्च के अनुसार, Green-T में मौजूद कैटेचिन और फाइबर दोनों मिलकर भूख को कम करने में मदद कर सकते हैं।

बेली फैट को कम करे

  • एनसीबीआई की बेवसाइट पर प्रकाशित शोध के अनुसार पेट की बढ़ी हुई चर्बी यानी कि मोटापा, मधुमेह, हृदय रोग और कुछ कैंसर जैसे रोगों का कारण बन सकती है।
  • इस समस्या के लक्षणों को कम करने में ग्रीन टी काफी हद तक मदद कर सकती है।
  • जैसा कि लेख के शुरुआत में बताया गया है कि Green-T में कैटेचिन की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है।
  • वहीं, एक शोध के अनुसार, इसमें पाया जाने वाला कैटेचिन पेट की चर्बी को कम करने में कारगर हो सकता है।
  • इस प्रकार Green-T के सेवन से पेट की चर्बी, वजन, एलडीएल कोलेस्ट्रॉल और उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने में कुछ हद तक मदद मिल सकती है।

वजन घटाने में हरी चाय पीने का सही समय

  • Green-T को सुबह नाश्ते के थोड़ी देर बाद और दोपहर को भोजन के कुछ समय बाद पिया जा सकता है।
  • इसके अलावा, ग्रीन टी से मोटापा कम करने के लिए इसका सेवन कब और कैसे करना है.
  • इस संबंध में आप एक बार आहार विशेषज्ञ से भी पूछ सकते हैं।

वजन कम करने के लिए हरी चाय प्रतिदिन कितनी इस्तेमाल करनी चाहिए

  • वजन घटाने के लिए Green-T सेवन प्रतिदिन एक या दो कप किया जा सकता है।
  • ऐसा इसलिए, क्योंकि ग्रीन टी में कुछ मात्रा कैफीन की भी होती है.
  • और अधिक कैफीन का सेवन सेहत के लिए अच्छा नहीं है।

हरी चाय के बारे में याद रखने के लिए कुछ बाते 

  • जैसा कि आप जान चुके हैं कि Green-T में कुछ मात्रा कैफीन की होती है, इसलिए जिन्हें हृदय की समस्या, रक्तचाप, पेट का अल्सर, गुर्दे या लीवर की समस्या हो, उन्हें इसका अधिक सेवन करने से बचना चाहिए। गर्भवती महिलाओं, स्तनपान कराने वाली महिलाओं, थायराइड हाइपरफंक्शन, ऐंठन और मानसिक विकार से ग्रस्त मरीजों काे भी इसका सेवन डॉक्टर की सलाह पर ही करना चाहिए।
  • Green-T को कुछ भी खाने के तुरंत बाद न पिये।
  • ग्रीन-टी खाली पेट भी नहीं पीना चाहिए।
  • देर रात को सोने से पहले Green-T पीने न पिएं, इससे नींद न आने की समस्या हो सकती है।
  • Green-T में दूध या चीनी नहीं मिलानी चाहिए।

इस आर्टिकल से यह तो समझ आ ही गया है कि Green-T जल्‍दी वजन कम करने में मदद करती है। साथ ही वजन घटाने के लिए ग्रीन टी का सेवन कैसे किया जा सकता है, यह भी इस आर्टिकल से स्पष्ट हो गया है। इसलिए,अगर कोई अधिक वजन से परेशान है, तो Green-T से मोटापा कम करने का प्रयास कर सकता है। आप ग्रीन टी पीते समय इस लेख में बताई गई काम की बातों को भी जरूर अपने ध्यान में रखें, तभी यह चाय पीने का फायदा होगा। आपको यह आर्टिकल कैसा लगा, आप अपने विचार नीचे दिए कमेंट बॉक्स के जरिए हम तक पहुंचा सकते हैं।Thank you…………