आयुर्वेद में बताए गए सर्दी में lifestyle tips : सर्दियों का मौसम जहां एक ओर आरामदायक होता है, वहीं यह हमारे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता और पाचन शक्ति के लिए भी बेहद खास समय होता है। आयुर्वेद के अनुसार, शीत ऋतु में “बल” (शारीरिक शक्ति) और “अग्नि” (पाचन शक्ति) सबसे प्रबल होती है। इस मौसम में अगर सही जीवनशैली (lifestyle) और खानपान अपनाया जाए, तो कई रोगों से बचा जा सकता है और स्वास्थ्य को बेहतर बनाया जा सकता है। आइए जानते हैं कि आयुर्वेद सर्दियों में कैसी दिनचर्या और खानपान की सलाह देता है।
🌞 1. सुबह की दिनचर्या (Morning Routine in Winter) :
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जल्दी उठें: ब्रह्म मुहूर्त में उठने की कोशिश करें, यानी सूर्योदय से पहले।
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तेल मालिश (Abhyanga): तिल का तेल हल्का गर्म करके पूरे शरीर में मालिश करें। इससे रक्त संचार बेहतर होता है और शरीर गर्म रहता है।
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गर्म पानी से स्नान: गुनगुने पानी से स्नान करें और ठंडे पानी से परहेज करें, खासकर सिर और पैरों में।
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योग और प्राणायाम: सर्दी में शरीर को लचीला और सक्रिय बनाए रखने के लिए हल्का व्यायाम, सूर्य नमस्कार और प्राणायाम जरूर करें।
🍲 2. खानपान के नियम (Dietary Guidelines in Winter) :
✅ क्या खाना चाहिए:
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गुड़ और तिल: गर्म तासीर वाले होते हैं, सर्दी से बचाते हैं।
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घी: देसी गाय का घी पाचन शक्ति को बढ़ाता है और त्वचा को पोषण देता है।
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सूखे मेवे (Dry Fruits): बादाम, अखरोट, अंजीर आदि शरीर को ऊर्जा देते हैं।
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सूप और गर्म पेय: सब्जियों के सूप, हल्दी वाला दूध, तुलसी-अदरक की चाय।
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मसाले: हल्दी, अदरक, काली मिर्च, दालचीनी का प्रयोग इम्यूनिटी बढ़ाता है।
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हर्बल काढ़ा: तुलसी, मुलेठी, काली मिर्च और अदरक का काढ़ा शरीर को अंदर से गर्म रखता है।
❌ क्या नहीं खाना चाहिए:
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ठंडी चीज़ें: आइसक्रीम, ठंडा पानी, फ्रिज का खाना आदि।
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भारी और बासी भोजन: पचने में समय लगता है और सर्दी में पाचन धीमा होता है।
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अत्यधिक मीठा या तला-भुना: ये शरीर में कफ बढ़ाते हैं जिससे सर्दी-जुकाम हो सकता है।
🛏️ 3. नींद और विश्राम (Sleep & Rest) :
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पर्याप्त नींद लें: सर्दी में शरीर को थोड़ी ज्यादा नींद की ज़रूरत होती है। 7–8 घंटे की नींद जरूरी है।
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दोपहर में न सोएं: आयुर्वेद में सर्दियों को छोड़कर दोपहर में सोने की मनाही है। अगर बहुत थकान हो तो थोड़ी देर विश्राम करें।
🔥 4. अन्य आवश्यक Lifestyle Tips :
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सूर्य स्नान करें: सुबह की धूप में बैठें, इससे विटामिन D भी मिलेगा और सर्दी से राहत भी।
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गरम कपड़े पहनें: सिर, कान, हाथ और पैरों को अच्छी तरह ढकें।
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भोजन का समय तय रखें: अनियमित भोजन पाचन बिगाड़ता है।
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तनाव से दूर रहें: सर्दी में मूड स्विंग्स आम होते हैं, इसलिए ध्यान और प्राणायाम करें।
❗क्या करें और क्या न करें (Do’s & Don’ts) :
करें (Do’s) | न करें (Don’ts) |
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रोज़ाना तेल मालिश | ठंडे पानी से स्नान |
पौष्टिक, गर्म भोजन | ज्यादा ठंडी चीजें न खाएं |
योग, प्राणायाम करें | आलस या अत्यधिक आराम न करें |
हर्बल काढ़ा पीएं | रात में देर तक जागना |
समय पर भोजन | बासी और तला-भुना खाना |
निष्कर्ष (Conclusion) :

सर्दियों में आयुर्वेदिक जीवनशैली अपनाकर हम न केवल बीमारियों से बच सकते हैं बल्कि अपने शरीर और मन दोनों को संतुलित रख सकते हैं। यह मौसम स्वास्थ्य को मजबूत करने का अवसर देता है, बशर्ते हम सही दिनचर्या, संतुलित आहार और मानसिक शांति का पालन करें।
क्या आप जानते है :