नाग पंचमी 2025: नाग पंचमी हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण पर्व है जो हर साल श्रावण मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। यह पर्व नाग देवताओं को समर्पित होता है, जिन्हें हिंदू धर्म में सुरक्षा, शक्ति और वर्षा के प्रतीक रूप में पूजा जाता है।
2025 में नाग पंचमी की तिथि:
🗓️ नाग पंचमी 2025 – 31 जुलाई, गुरुवार
🐍 नाग पंचमी का धार्मिक महत्व :
हिंदू मान्यताओं के अनुसार, नागों की पूजा करने से जीवन में भय दूर होता है, विशेष रूप से सर्प दोष, काल सर्प योग, और अकाल मृत्यु के योग समाप्त होते हैं। इस दिन नाग देवता को दूध, फूल, हल्दी, चावल आदि अर्पित करके विशेष पूजा की जाती है।
नाग पंचमी के दिन लोग घरों की दीवारों पर नाग देवता की चित्रकारी भी करते हैं और उन्हें दूध चढ़ाते हैं।
📜 पौराणिक कथा :
मान्यता है कि एक बार एक किसान के बेटे ने खेत में काम करते हुए कुछ नागों की हत्या कर दी थी। नाग माता ने बदले में उसके पूरे परिवार को डंस लिया। केवल एक बेटी बची, जिसने पंचमी के दिन नागों की पूजा कर उन्हें प्रसन्न किया। नाग माता ने खुश होकर पूरे परिवार को जीवनदान दिया। तभी से नाग पंचमी पर नागों की पूजा की परंपरा शुरू हुई।
🛕 पूजा विधि (Nag Panchami Puja Vidhi 2025) :
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प्रातः स्नान कर साफ वस्त्र पहनें।
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नाग देवता की प्रतिमा या चित्र की स्थापना करें।
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कच्चे दूध, हल्दी, चावल, पुष्प, दूर्वा, कुश, और जल से पूजन करें।
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“ॐ नमो भगवते वासुकी नागराजाय नमः” मंत्र का जाप करें।
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नाग पंचमी व्रत कथा पढ़ें या सुनें।
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दिनभर सात्विक भोजन करें और व्रत रखें।
🙏 नाग पंचमी 2025 कैसे मनाएं :
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अपने घर के आस-पास साफ-सफाई रखें।
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पूजा के बाद गरीबों को भोजन और दान दें।
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इस दिन सर्पों को परेशान न करें और ना ही भूमि खुदाई करें।
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पंचमी के दिन दूध से स्नान कराए गए शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाना विशेष फलदायक माना जाता है।
🧘 नाग पंचमी का संदेश :
नाग पंचमी का पर्व केवल सर्प पूजा तक सीमित नहीं है, यह प्रकृति और जीवों के साथ संतुलन, सह-अस्तित्व, और संतुलित पर्यावरण की शिक्षा भी देता है। यह पर्व हमें सिखाता है कि हर जीव महत्वपूर्ण है और उनका सम्मान करना चाहिए।