Delhi cm 2025 : दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने 27 वर्षों बाद दिल्ली में सत्ता में वापसी की है। इस चुनाव में भाजपा ने 70 में से 48 सीटों पर जीत दर्ज की, जबकि आम आदमी पार्टी (AAP) को केवल 22 सीटें मिलीं। इस परिणाम ने दिल्ली की राजनीतिक परिपाटी को एक नया मोड़ दिया है।
मुख्यमंत्री पद की दौड़ में प्रमुख नाम:
दिल्ली के मुख्यमंत्री पद के लिए कई नेताओं के नाम चर्चा में हैं। इनमें प्रवेश वर्मा, रेखा गुप्ता, विजेंद्र गुप्ता, सतीश उपाध्याय, जितेंद्र महाजन, अभय वर्मा, अजय महावर, पवन वर्मा, मनजिंदर सिंह सिरसा और वीरेंद्र सचदेवा शामिल हैं। इन नेताओं में से कौन मुख्यमंत्री बनेंगे, यह भाजपा की विधायक दल की बैठक में तय किया जाएगा।
मुख्यमंत्री की शपथ ग्रहण की तैयारी:
भाजपा ने मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह की तैयारी शुरू कर दी है। सूत्रों के अनुसार, शपथ ग्रहण समारोह दिल्ली के रामलीला मैदान में आयोजित किया जाएगा। इसकी तिथि अभी तय नहीं हुई है, लेकिन यह 19 या 20 फरवरी 2025 को हो सकती है।
मुख्यमंत्री पद के लिए प्रमुख दावेदार:
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प्रवेश वर्मा: नई दिल्ली सीट से अरविंद केजरीवाल को हराकर प्रवेश वर्मा ने अपनी राजनीतिक ताकत का प्रदर्शन किया है।
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रेखा गुप्ता: शालीमार बाग से पहली बार विधायक बनीं रेखा गुप्ता आरएसएस से जुड़ी हुई हैं और दिल्ली नगर निगम में तीन बार पार्षद रह चुकी हैं।
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विजेंद्र गुप्ता: रोहिणी से तीसरी बार विधायक चुने गए विजेंद्र गुप्ता का नाम भी मुख्यमंत्री पद की रेस में है।
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सतीश उपाध्याय: दिल्ली भाजपा के पूर्व अध्यक्ष और सतीश उपाध्याय का नाम भी मुख्यमंत्री पद के लिए चर्चा में है।
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जितेंद्र महाजन: रोहतास नगर से विधायक जितेंद्र महाजन ने भाजपा की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
भाजपा की रणनीति:
भाजपा ने दिल्ली में सत्ता में वापसी के लिए अपनी रणनीति को सफलतापूर्वक लागू किया है। पार्टी ने भ्रष्टाचार, गंदगी, जल संकट और प्रदूषण जैसे मुद्दों को प्रमुखता से उठाया, जिससे जनता में असंतोष को भुनाया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दिल्ली में भाजपा की जीत को ऐतिहासिक बताया है।
निष्कर्ष:
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के परिणाम ने दिल्ली की राजनीति में एक नया अध्याय शुरू किया है। भाजपा की सत्ता में वापसी और मुख्यमंत्री पद के लिए विभिन्न नेताओं की दावेदारी यह दर्शाती है कि दिल्ली में अब नए नेतृत्व की ओर कदम बढ़ाए जा रहे हैं। आने वाले दिनों में मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा और शपथ ग्रहण समारोह की तिथि तय होने से दिल्लीवासियों को नई उम्मीदें और आशाएं जुड़ी हैं।