गौरव गोगोई: असम के युवा नेता की प्रेरणादायक यात्रा
- गौरव गोगोई का नाम असम की राजनीति में एक उभरते हुए नेता के रूप में जाना जाता है।
- उनका जन्म 4 सितंबर 1982 को दिल्ली में हुआ था।
- वे असम के पूर्व मुख्यमंत्री श्री तरुण गोगोई के पुत्र हैं, जिनका राज्य की राजनीति में महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
शिक्षा और प्रारंभिक करियर:
- गौरव ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा दिल्ली के सेंट कोलंबस स्कूल से प्राप्त की।
- इसके बाद, उन्होंने इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय, दिल्ली से इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार इंजीनियरिंग में बी.टेक की डिग्री हासिल की।
- शिक्षा पूरी करने के बाद, उन्होंने एयरटेल की मार्केटिंग टीम में काम किया, लेकिन 2005 में दिल्ली स्थित एनजीओ ‘प्रवाह’ से जुड़ने के लिए अपनी नौकरी छोड़ दी।
- इसके बाद, उन्होंने न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय से लोक प्रशासन में स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त की।
राजनीतिक करियर:
- 2014 में, गौरव गोगोई ने अपने पिता की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाते हुए भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से जुड़कर कलियाबोर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की।
- उन्होंने भाजपा के मृणाल कुमार साइकिया को 3,49,441 मतों से हराया।
- 2019 में, उन्होंने फिर से कलियाबोर सीट से चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की।
- 2020 से, वे लोकसभा में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उपनेता के रूप में कार्यरत हैं।
हालिया गतिविधियाँ:
अगस्त 2023 में, गौरव गोगोई ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के खिलाफ संसद में अविश्वास प्रस्ताव पेश किया। इसमें उन्होंने प्रधानमंत्री से मणिपुर हिंसा पर तीन सवाल पूछे:
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उन्होंने मणिपुर का दौरा क्यों नहीं किया?
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मणिपुर हिंसा पर बोलने में उन्हें 80 दिन क्यों लगे?
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मणिपुर के मुख्यमंत्री को बर्खास्त क्यों नहीं किया गया?
गौरव गोगोई की यह पहल उनकी सक्रियता और असम की जनता के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
निजी जीवन:
गौरव गोगोई की शादी ब्रिटेन में जन्मी एलिजाबेथ कोलबर्न से 2013 में हुई। उनके दो बच्चे हैं – एक बेटा और एक बेटी, जिनका जन्म 2016 और 2020 में हुआ।
गौरव गोगोई की यात्रा एक प्रेरणा है, जो दर्शाती है कि समर्पण, शिक्षा और समाज सेवा के माध्यम से युवा नेता अपने समुदाय और देश की सेवा में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं।